जब खाना नंबर 12 खाली हो, और बृहस्पत खाना नंबर 9 बैठा हो तो खाली खाना नंबर 12 का मालिक ग्रह राहू लेंगे | लेकिन जब बृहस्पत खाना नंबर 9 में न हो तो खाली खाना नंबर 12 के लिए बृहस्पत, राहू मुस्तरका (दोनों का मसनूई(बनावटी) ग्रह बुध खाली आकाश) लेंगे |
(3) केतु खाना नंबर में और राहू खाना नंबर 12 में, दोनों ही नीच भी हैं और घर के मालिक भी | उनकी शक्की हालत के लिए जब राहू को बुध की मदद और केतु को बृहस्पत की मदद मिले यानि राहू खाना नंबर 3-6 में (बुध के घर में ) और केतु हो खाना नंबर 9-12 में (जो बृहस्पत का घर है ) तो दोनों ऊंच हालत वर्ना नीच हालत के होंगे यानि राहू खाना नंबर 9-12, केतु खाना नंबर 3-6 में नीच होगा |
2. जैसा बृहस्पत टेवे में हो, वैसा ही केतु नंबर 6 का असर होगा
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