क्याफा : बच्चे के रेखा का 12 साल तक कोई एतबार नहीं | 21 साल में रेखा में भी कोई तबदीली नहीं मानते | नाबालिग बच्चा (12 साल उम्र तक) की रेखा का तो ऐतबार नहीं होता | गर मुमकिन है कि ऐसी उम्र तक वह पक्के असर की रेखा होवे या तब्दील हो जाने वाली हो | बच्चे की बंद मुठ्ठी या कुंडली के खाना न: 1,4,7,10 खाली हों या उन खानों में सिर्फ पापी ग्रह या बुध अकेला (पापी ग्रह और बुध दोनों में से सिर्फ एक) हो तो ऐसा टेवा नाबालिग ग्रहों का होगा | ऐसे प्राणी की किस्मत का हाल 12 साल उम्र तक शक्की होगा | ऐसी हालत में नाबालिग ग्रहों वाले बच्चे की किस्मत का मालिक ग्रह निम्नलिखित अनुसार होगा |
उम्र के हिसाब से असर का खाना न: देखते जाएं | अगर कुंडली में कोई खाना न: खाली ही आ जाए तो इस खाली न: के मालिक ग्रह (घर का मालिक) जिस खाने में हों वह खाना लें | बालिग ग्रहों की हालत में आम दिए हुए असूल कारआमद (लागू) होंगे }
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बढ़िया जानकारी|
जवाब देंहटाएंआपके ब्लॉग पर तकनीक लेखों के साथ एस्ट्रोलोजी के लेख ठीक वैसे ही है जैसे ज्ञान दर्पण पर इतिहास के साथ तकनीक लेख :)