कर्क सिंह और कन्या राशि,
अनामिका ऊँगली लेते हैं
तुला वृश्चिक धनु तीनो की.
छोटी कनिष्ठका होती है
मकर कुंभ और मीन इकठ्ठी,
मध्यमा ऊँगली बनती है

1. तर्जनी ऊँगली बृहस्पति या हकूमत की ऊँगली होती है अनामिका ऊँगली सूरज या व्यक्तिगत (हिम्मत) से कमाई की ऊँगली होती है कनिष्ठका ऊँगली बुध या इल्मों हुनर कमाई की ऊँगली होती है |
2. गिनती चाल और जगह मुकरर्र करने के वक्त मध्यमा ऊँगली को सब उँगलियों के आखिर पर लेते हैं क्योंकि मध्यमा ऊँगली उदासी और वैराग्य या दुनिया से अलहदा गिनी है जिसका ताल्लुक गृहस्थ के बाद है |
asli lal kitab hindi mein : farman no.-5 page-20
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रविवार, अगस्त 28, 2011
असली "लाल किताब के फरमान 1952" हिंदी में फरमान न: 5 पेज़-20
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