अपने ब्लॉग पर जावा स्क्रिप्ट का प्रयोग कहाँ पर करें ?

अपने ब्लॉग पर जावा स्क्रिप्ट का प्रयोग कहाँ पर करें ? विनीत नागपाल

     सभी के मन में सवाल उठता है कि जावा स्क्रिप्ट जिस का प्रयोग हम अक्सर अपने ब्लॉग में करते हैं का उचित रूप से कैसे प्रयोग किया जाया ? मैंने अन्यत्र ब्लॉग भ्रमण में पाया है कि वो ब्लॉगरज जो इस जावा टैक्नीक पर लेख लिखते है उन सभी के विचार भिन्न- भिन्न है | कोई ब्लॉगर कहता है कि अपने ब्लॉग के टेम्पलेट के एडिट मोड में जाए बिना ही आप इस जावा स्क्रिप्ट का इस्तेमाल करें तो कोई ब्लॉगर कहता है कि आपको इस प्रकार की जावा स्क्रिप्ट का प्रयोग करने के लिए टेम्पलेट के एडिट मोड में जाना ही होगा |
इस पर वो नए ब्लॉगर किसकी बात सच माने क्योंकि उसे तो उस जावा स्क्रिप्ट का इस्तेमाल करना है | लेकिन ये शंका उस नये ब्लॉगर के मन में बनी रहती है कि वो किस ब्लॉगर की बात को सच माने | क्योंकि नया ब्लॉगर जावा स्क्रिप्ट लगाने में एक्सपर्ट नहीं होता | वो तो सिर्फ उस स्क्रिप्ट का प्रयोग भर करना चाहता है |
अक्सर सभी के मन में ये शंका रहती है कि अपने ब्लॉग में प्रयुक्त होने वाली जावा स्क्रिप्ट कहाँ पर लगाई जायें ? एडिट मोड में जा कर अपने ब्लॉग की किसी भी पोस्ट पर
आइये जाने कि जावा स्क्रिप्ट को अपनी पोस्ट में प्रयोग करना चाहिए या ब्लॉग के टेम्पलेट के एडिट मोड में जाकर
1. यदि आप नए ब्लॉगर हैं और टेम्पलेट के एडिट मोड में जाने से डरते हैं तो आप बिना एडिट मोड में जाए ही उन स्क्रिप्ट का इस्तेमाल करें जो बिना एडिट मोड में जाए जिन ब्लॉगर द्वारा इस प्रकार की स्क्रिप्ट को लगाने के टैक्नीक बताई जाती हैं उन ब्लॉगर के उन टैक्नीक का प्रयोग करें |
2. यदि आप नए ब्लॉगर हैं और टेम्पलेट के एडिट मोड में जाने से डरते हैं | लेकिन यदि कोई ब्लॉगर बड़े ही विस्तार से आपको जावा स्क्रिप्ट का इस्तेमाल करने के बारे में अपने लेख में समझाता है तो आपको उस स्क्रिप्ट का इस्तेमाल टेम्पलेट के एडिट मोड में जा कर ही करना चाहिए |
क्योंकि एडिट मोड में जा कर जावा स्क्रिप्ट को इस्तेमाल करने के अपने फायदे हैं
1. एडिट मोड में जावा स्क्रिप्ट को इस्तेमाल करने से आपको बार बार उस स्क्रिप्ट को लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी | यदि इस जावा स्क्रिप्ट के साथ किसी "CSS Script" का इस्तेमाल होता है तो आप उसे अपनी पोस्ट में class="Vaneet" इस प्रकार क्लास का प्रयोग करके उस "CSS" की सिर्फ उस क्लास नाम का प्रयोग करके उस क्लास में प्रयुक्त होने बड़े कोड का इस्तेमाल किया जा सकता है | यदि आप ऐसा नहीं करते तो आपको बार बार वो बड़ा कोड लिखना पड़ेगा |एक उदाहरण आप नीचे देखें जो मैं अपनी किसी भी पोस्ट पर अक्सर इस्तेमाल करता हूँ :-
आप देखेंगे कि मेरी किसी भी पोस्ट में लिखे गए टेक्स्ट का साइज़ कभी भी छोटा या बड़ा नहीं होता | मैं अपने किसी भी पैराग्राफ में टेक्स्ट को बड़े रूप में या छोटे रूप में दिखाने के लिए भी दायें हाथ की तरफ दिखाई दे रही तस्वीर के अनुसार टेक्स्ट के साइज़ को घटाने या बढ़ाने के लिए इसका अनुसरण नहीं करता | मैंने इसके लिए अलग से टेम्पलेट के एडिट मोड में टेक्स्ट के साइज़ को कम या अधिक करने के लिए "CSS" मानक तय किये हुए हैं | मैं सिर्फ उनको इक क्लास के रूप में प्रयुक्त करता हूँ
उदाहरण देखिये class="text16", class="text17" कुछ इस तरह से
यदि में इस तरह से क्लास में टेक्स्ट16 न लिख कर इस का उपयोग करूं तो मुझे हर बार अपनी पोस्ट में हर एक पैरे में एक बड़ा सा कोड लिखना होगा जो कि काफी दुष्कर कार्य है और गलती की सम्भावना भी बनी रहेगी व समय भी नष्ट होगा वो अलग| कोड का उदाहरण आप नीचे देखिये
.text16{float:left;color:#343434;font-size:16px;line-height:16px; margin:25px 0 0 0;line-height:26px;}
आप ने ऊपर देखा कि यदि मैं अपनी पोस्ट में पांच या इसे ज्यादा पैराग्राफ का इस्तेमाल करता हूँ तो मुझे ये कोड बार बार अपने पैरे में प्रयुक्त करना होगा जोकि एक कष्टप्रद कार्य होगा |

इसी प्रकार मैं टेक्स्ट को नीले रंग में प्रयोग करने के लिए भी मैं ".text16 b2{color:#082BFE;font-size:16px;line-height:25px;}"मैं सिर्फ इस टैग का इस्तेमाल करता हूँ <b2> </b2> इन टैग के बीच में अपने उस टेक्स्ट को लिखता हूँ जिसे मैंने नीले रंग में दिखाना होता है व टेक्स्ट नीले रंग में दिखाई देने लगता है | और रंगों में दिखाने के लिए इसी प्रकार कोड टेम्पलेट के एडिट मोड में लगा दिया जाता है | क्योंकि मैं अपनी पोस्ट ज्यादातर एक नोट पैड पर लिखता हूँ सीधे अपनी पोस्ट के एडिट मोड में नहीं | इससे मुझे अपनी पोस्ट लिखने में बड़ी ही आसानी होती है क्योकि इस प्रकार से मुझे पता होता है कि में टेक्स्ट के लिए किस रंग का चुनाव किया है | मैंने कितने पैरे इस्तेमाल किये है मैंने कहाँ पर टैग का इस्तेमाल करके अपने टेक्स्ट को "hightlight" किया है | इससे जहाँ पर पोस्ट लिखने के बाद इसे प्रकाशित करने में कोई दिक्कत पेश नहीं आती वही बार-बार प्रिविऊ देखने की भी जरूरत नहीं रहती व नोट पैड से टेक्स्ट को कापी किया न्यू पोस्ट पर कलिक करने के बाद अपनी पोस्ट के कापी किये टेक्स्ट को पेस्ट किया व पब्लिश बटन पर कलिक कर दिया

इसी तरह यदि आप अपनी किसी भी पोस्ट में जावा स्क्रिप्ट (टेक्स्ट एनीमेशन के लिए या किस तरह का इमेज स्क्रोलर) का प्रयोग करते हैं तो इन स्क्रिप्ट का प्रयोग "यदि आप अपनी एक पोस्ट पर ही इस्तेमाल करना चाहते है तो आपको टेम्पलेट के एडिट मोड में जाने की जरूरत नहीं | क्योंकि आपने इन स्क्रिप्ट का इस्तेमाल दोबारा से अपनी किसी भी दूसरी पोस्ट में नहीं करना " परन्तु यदि आप उन जावा स्क्रिप्ट का प्रयोग बार बार करना चाहते हैं तो या तो आप बार बार इन जावा स्क्रिप्ट को कापी करके इसे हर बार अपने नई पोस्ट में पेस्ट करके इस्तेमाल कीजिये या इन स्क्रिप्ट को टेम्पलेट के एडिट मोड में जा कर स्थापित कीजिये | क्योंकि फैसला तो आपको लेना है कि आप बार बार इन स्क्रिप्ट को इस्तेमाल करने के लिए कापी-पेस्ट का सहारा लेना चाहते हैं या एक बार एडिट मोड में जाकर इन स्क्रिप्ट को स्थापित करते हैं | एडिट मोड में न जाने का डर अपने मन से निकालिए व कोड या स्क्रिप्ट को टेम्पलेट के एडिट मोड में जा कर लगाना सीखिए | एक भाई साहिब ने ये एक सलाह मुझे भी दी थी कि इन जावा स्क्रिप्ट को एडिट मोड में जा कर लगाने की जरूरत है क्या है ? मैंने उनसे किसी भी पोस्ट के टाइटल को स्क्रोल करने के लिए सिर्फ एक लाइन का कोड टेम्पलेट के एडिट मोड में जा कर इस्तेमाल करने के लिए कहा था तो उनका जवाब था जब ये काम टेम्पलेट के एडिट मोड में जाए बगैर हो सकता है तो टेम्पलेट के एडिट मोड में क्यों जायें | इसके साथ ही उन्होंने मुझे एक सलाह और दे डाली कि आपका ये कोड तो सिर्फ टेम्पलेट के एडिट मोड में काम करता है | कृपया ऐसी कोई स्क्रिप्ट बताएं जो सिर्फ पोस्ट में ही काम करती हो | काफी हास्यपद बात है जो जावा स्क्रिप्ट टेम्पलेट के एडिट मोड में काम कर रहा है वो किसी पोस्ट में काम क्यों नहीं करेगी | हो सकता है कि ये शब्द पढ़ कर किसी को बुरा लगा लेकिन ये हकीकत है | यदि कोई जावा स्क्रिप्ट टेम्पलेट के एडिट मोड में काम करती है तो वो जावा स्क्रिप्ट बिना टेम्पलेट के एडिट मोड में जाए आपकी इसी भी पोस्ट पर काम करेगी --बशर्ते कि उस पोस्ट पर कोई दो जावा स्क्रिप्ट आपस में क्रास न कर रही हों ऐसी सिचुएशन से बचना चाहिए | हालांकि कि इस का भी हल है |

क्या आपको जावा स्क्रिप्ट पर ये लेख पसंद आया ? यदि हां !!! तो अपने विचारों से अवगत कराएं |


"टिप्स हिन्दी में ब्लॉग" की हर नई जानकारी अपने मेल-बॉक्स में मुफ्त पाएं !!!!!!!!!!

एक टिप्पणी भेजें

2 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

आपकी टिप्पणी मेरे लिए मेरे लिए "अमोल" होंगी | आपके नकारत्मक व सकारत्मक विचारों का स्वागत किया जायेगा | अभद्र व बिना नाम वाली टिप्पणी को प्रकाशित नहीं किया जायेगा | इसके साथ ही किसी भी पोस्ट को बहस का विषय न बनाएं | बहस के लिए प्राप्त टिप्पणियाँ हटा दी जाएँगी |