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पब्लिसिटी पाने का अनोखा अंदाज़

कुछ लोगो को पब्लिसिटी पाने की ललक बहुत ज्यादा होती है | इसके लिए वो कुछ भी कर गुजरते हैं | ऐसे ही एक ब्लोगर हैं आप इस लिंक पर उन्हें देख सकते हैं | किसी भी स्क्रिप्ट की कापी करने में देरी नहीं करते | मेरी पिछली पोस्ट बैक तो टाप की नक़ल करते हुए उन्होंने अपने 21 अक्टूबर 2011 को एक लेख प्रस्तुत किया व उसमें ये निम्न कोड पेश किया (जबकि मैंने इस स्क्रिप्ट पर लेख 20 अक्टूबर 2011 को लिखा था |) व कहा कि इस कोड का इस्तेमाल कीजिये व बैक टू टाप का बटन अपने ब्लॉग पर लगाएं | जो कोड उन्होंने प्रस्तुत किया वो निम्न बाक्स में दिखाया गया है |

और तो और उन्होंने इस कोड को चैक करने की भी जरूरत नहीं समझी के उन के द्वारा प्रस्तुत कोड काम भी कर रहा है या नहीं | बस दावा ठोक डाला | मैंने उनके इस कोड को इस लिंक पर चैक किया व पाया कि ये कोड काम नहीं कर रहा आप चाहे तो आप भी चैक कर सकते है | किसी भी ब्लॉग पर प्रकाशित किसी भी ट्रिक्स को ये अपने ब्लॉग पर अपने ढंग से प्रदर्शित करना ये अपना हक समझते हैं व उस स्क्रिप्ट पर अपना हक समझते हैं | आप निम्न तस्वीर में उनके द्वारा पेश कोड को देख सकते हैं जो मेरी पिछली पोस्ट से प्रेरित हो कर पेश किया गया है

आप उपरोक्त तस्वीर में वो कोड देख रहे है | अब उपरोक्त कोड का प्रयोग करके देखे | व उनके इस अनोखे प्रचार को देखे जो वो हमारी वाणी पर बड़े दावे के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं | आप खुद ही फैसला करें कि क्या इस प्रकार की सस्ती लोकप्रियता हासिल करना सही है या गलत | इनके बारे में कुछ और जानकारी अपने अगले लेख में प्रस्तुत करने की कोशिश करूँगा | हो सकता है कि इस लेख के प्रकाशित होने के बाद उनकी तल्ख़ प्रतिक्रिया हो | लेकिन ये जरूरी हो गया है | इस प्रकार के गल्त प्रचार के लिए | यदि ये इस स्क्रिप्ट के बारे में पहले से जानते थे तो मेरे इस लेख के तुरंत बाद ही इस तरह की पोस्ट को लिखने की क्या जरूरत थी | निम्न दूसरी तस्वीर में आप देख सकते हैं कि उन्होंने ये लेख "बैक टू टाप" मेरे लेख के अगले दिन 21 अक्टूबर 2011 को लिख कर ये बताने की कोशिश की है कि वो इस स्क्रिप्ट को पहले से जानते थे | जबकि उनके द्वारा प्रस्तुत ये स्क्रिप्ट काम नहीं कर रही

मैंने अपने पिछले लेख में ये भी कहा था की आप चाहें तो इस स्क्रिप्ट का इस्तेमाल "Edit Template" मोड में करें या बिना "Edit Template" मोड में जाए बिना भी आप इसका प्रयोग कर सकते हैं | ये स्क्रिप्ट दोनों मोड में काम करती है | उन्होंने ने अपने लेख में ये दावा भी प्रस्तुत किया है कि मैंने इसमें अपने ब्लॉग का लोगो डाला है तो मैंने इसमें गलत क्या किया है | ये तो एक छोटी सी ट्रिक्स है | इस ट्रिक्स में कोई भी जब चाहे इसमें बदलाव कर सकता हैं | यदि आप भी चाहते हैं तो आप भी इस स्क्रिप्ट में अपने ब्लॉग का लोगो इस्तेमाल करना चाहते है तो मुझसे संपर्क कर सकते है उस के लिए वो अपना लोगो मुझे भेज दे उसे उस ब्लॉग के लोगो के साथ इस स्क्रिप्ट का लिंक भेज दिया जायेगा |
यहाँ पर में ये भी स्पष्ट करना चाहूँगा कि ये स्क्रिप्ट मेरी अपनी नहीं है और न ही मैंने इससे पहले इस प्रकार का कोई दावा किया था | मैंने ये स्क्रिप्ट "Dynamic Drive" से ली थी जहां पर इसे इंग्लिश में प्रस्तुत किया गया था और मैंने सिर्फ इस का हिंदी में अनुवाद अपने ढंग से करके आपके लिए प्रस्तुत किया था |
ऐसी बहुत सी स्क्रिप्ट जो हिंदी में प्रस्तुत की जाती हैं वो कहीं न कही इंग्लिश पोस्ट से हिंदी में अनुवाद करके प्रस्तुत की जाती हैं | अभी तक हिंदी में टैक्नीक पर ब्लॉग लिखने वालों में से किसी एक आध विरले को छोड़ कर कोई भी ब्लोगर जावा स्क्रिप्ट का निर्माण करना नहीं जानता | सब के सब उस टैक्नीक को हिंदी में अनुवाद भर करते हैं | और ये एक अटल सच्चाई हैं जिससे कोई भी इंकार नहीं कर सकता | हालांकि में "HTML Language" को काफी अच्छे तरीके से प्रयोग करना जानता हूँ | लेकिन में किसी बड़ी जावा स्क्रिप्ट का निर्माण कर सकता हूँ | मैंने ऐसा कभी कोई दावा पेश नहीं किया |
और हाँ ये जावा स्क्रिप्ट के इस्तेमाल के प्रयोग को आसानी से किसी विजेट के निर्माण में इस्तेमाल कर के किसी भी जानकारी को हिंदी में प्रस्तुत करना जो ये करना भी नहीं जानते क्या बुरी बात है ? इस प्रकार से जावा स्क्रिप्ट को अपने ढंग से इस्तेमाल करना भी तो हर कोई नहीं जानता और यदि कोई इस प्रकार से प्रयास करना चाहता है तो क्या उसकी खिल्ली उड़ाना सम्मानजनक है |
ऐसे ही व्यर्थ प्रचार से तंग आ कर ये ब्लॉग जगत के बहुत ही बढ़िया लेखक श्री ललित कुमार जी को खो चुका है | उन्होंने 4 सितम्बर 2011 के बाद हिंदी में कोई लेख नहीं लिखा है |

ये भी एक सच है कि मैं ब्लॉग जगत में नया हूँ | तो क्या ? इसका ये मतलब है कि मुझे किसी भी टैक्नीक पर अपने ढंग से लिखने का हक नहीं है ? इससे पहले मैं ये टैक्नीक तक़रीबन एक साल पहले ही अपनी वैसाईट पर इस्तेमाल कर चुका हूँ जो कि "cityjalalabad.com" के नाम से मेरे नाम पर रजिस्टर्ड थी | उस साईट को मैंने दोबारा से रीनियु इस लिए नहीं करवाया कि जब लिखने के लिए बिना कोई पैसा चुकाए प्लेटफार्म उपलब्ध है तो इस के लिए पैसा क्यों चुकाया जाए | मेरी इस बात से सभी सहमत होंगे | मेरे इस ब्लॉग का लिंक भी अभी तक उसी नाम http://cityjalalabad.blogspot.comसे मिलता हुआ ही है |

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