information about Emerald : जानकारी पन्ना के बारे में

पन्ना : पर्याय नाम
पन्ना बुध ग्रह का रत्न है। इसे अनेक नामों से जाना जाता है : जैसे पन्ना, मरकत मराठी में पाँचू रत्न संस्कृत में मरकत मणि, फारसी में जमरन, हिन्दी में पन्ना और अँग्रेजी में एमराल्ड इत्यादि ।

पन्ना : परिचय पन्ना रत्न अति प्राचीन बहुप्रचलित व मूल्यवान है | मूल्यवान रत्नों में पन्ना तीसरे नंबर पर आता है | वैरूंज जाति के पत्थर में एक विशिष्ठ जाति का पत्थर पाया जाता है | इसे ही पन्ना कहते हैं | पन्ना अति सुन्दर हरी मखमली घास की तरह प्रियदर्शी हरित वर्ण का होता है | यह गहरे से हल्के हरे रंग का होता है।

पन्ना : उत्पति स्थान यह अधिकतर पाकिस्तान, अफ्रीका, अमेरिका, ब्राजील, कोलंबिया, मेडागास्कर, द्वीप तथा भारत में अजमेर, उदयपुर, भीलवाड़ा, व छतरपुर आदि स्थानों पर पाया जाता है |

पन्ना : भौतिक गुण कठोरता 7.75, आपेक्षिक घनत्व 2.69 से 2.80, वर्तनांक 1.57 से 1.48, नियमित षड्भुजीय आकृति |

पन्ना: रंग भेद
पन्ना मुख्यतः पांच रंगों में पाया जाता है
1. मयूरपंख के रंग के समान
2. हरे पानी के रंग के समान
3. सरसों के पुष्प के समान
4. हल्का सिहुन्वा पुष्प के समान
5. तोते के पंख के समान हरा रंग

पन्ना के गुण पन्ना पारदर्शी होता है, इसकी आभावान चमक आँखों के लिए प्रियदर्शी होती है | स्पर्श करने में स्निग्ध, हरा गहरा रंग अन्य पत्थरों कि अपेक्षा मृदु होता है | यह भृंगुर गुण होने के कारण शीघ्र टूट जाता है | अतः अँगूठी में जड़वाते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी पड़ती है |

पन्ना के दोष पन्ना में निम्न दोष पाए जाते हैं, अतः दोष-युक्त पन्ना कभी भी धारण नहीं करना चाहिए } अन्यथा लाभ के स्थान पर हानि ही होती है |
1. रुक्ष पन्ना इस पन्ना के द्वारा आकाश को देखने पर आकाश का रंग फटा-फटा सा दिखाई देता है, या खुरदरा हो तो इस प्रकार के पन्ना को धारण नहीं करना चाहिए |
2. जाल जिस पन्ना में रेखाओं के समूह से मकड़ी के जाल सा निर्माण हो तो इस प्रकार का पन्ना को धारण नहीं कर्ण चाहिए | इससे स्वास्थ्य की हानि होती है |
3. स्वर्णमुखी जिस पन्ना का रंग सोने के समान हो या उसका मुख पीत वर्ण का हो तो इस प्रकार के पन्ना को भी धारण नहीं करना चाहिए |
4. गजा चमकहीन पन्ना या उल्ट कर देखने पर सुन्न सा उदास दिखाई देता है | इस प्रकार के पन्ना को धारण करने से धन सम्पति की हानि होती है |
5. मधुक शहद के वर्ण का पन्ना धारण करने से माता पिता को कष्ट होता है |
6. धुन्ध डोरे के समान छोटी-छोटी टूटी हुई धारियों से युक्त पन्ना धारण करने से वंश वृद्धि की हानि होती है |
7. रक्त बिन्दु लाल बिन्दु से युक्त पन्ना सुख सम्पति को नष्ट करता है |
8. गड्ढे गड्ढा युक्त पन्ना धारण करने से शस्त्राघात का भय होता है |
9. सुन्नी पीले-पीले बिंदुओं से युक्त पन्ना धारण करने से संतान हानि का भय होता है |
10. धब्बा कालिमा धब्बेदार या छोटे-छोटे धब्बेदार पन्ना धारण करना स्त्री के लिए घातक होता है |
11. दोरंगा दो रंग वाला पन्ना धारण करने से बल, वीर्य,बुद्धि आदि सबका ह्नास होता है |
12. चोरिल सीधी सरल रेखा या अन्य कई रेखाओं से युक्त पन्ना धन का नाश करता है |

सर्वश्रेष्ठ पन्ना जो पन्ना हरित वर्ण का भड़कदार चिकनापन लिए हुए पारदर्शक तथा उज्जवल किरणों से युक्त होता है तथा पानीदार व बिन्दु रहित होता है वह श्रेष्ठ पन्ना कहलाता है |

असली व नकली पन्नों की पहचान
1. असली पन्ना लकड़ी पर रगड़ने से इसमें चमक आ जाती है |1. जबकि नकली पन्ना में चमक नहीं बढती है |
2. असली पन्ना की और देखने से आँखों को शीतलता महसूस होती है 2. जबकि नकली पन्ना की और देखने आँखों को शीतलता महसूस नहीं होती है
3. कांच के गिलास में पानी भर कर असली पन्ना को इस गिलास में डाल देने से पानी से हरे रंग की किरणे निकलती हैं3. जबकि नकली पन्ना से हरे रंग की किरणे नहीं निकलती हैं
4. पन्ना सूर्य के साहमने करने से हरे रंग की छाया निकलती है |4. जबकि नकली पन्ना में ऐसा नहीं होता |
5. असली पन्ना पर पानी की बूँद डालने से पानी की बूँद यथावत रहती है |5. जबकि नकली पन्ना पर पानी कि बूँद फ़ैल जाती है |
6. असली पन्ना में रेशे नहीं पाए जाते |6. जबकि नकली पन्ना में रेशे सफेद व रूखे होते हैं |

पन्ना का माप व धारण करने का समय 3 रत्ती से छोटा पन्ना कम प्रभावशाली, 3 से 6 रत्ती का पन्ना मध्यम प्रभावशाली, व 6 रत्ती से बड़ा पन्ना अधिक प्रभावशाली माना गया है | पन्ना को सोने के अँगूठी में धारण करना चाहिए | इस का प्रभाव पन्ना को अँगूठी में जड़वाने से दिन से 3 वर्ष तक रहता है | इस समय के बाद नया पन्ना धारण करना चाहिए |

बुद्ध रत्न पन्ना को धारण करने की विधि
     पन्ना को अँगूठी में जड़वाने के लिए तीन रत्ती से ऊपर जितना भी अधिक वज़न का पन्ना लिया जाए उतना ही शुभ है | परन्तु किसी भी दशा में तीन रत्ती से कम वज़न का पन्ना नहीं लेना चाहिए | इसके लिए अँगूठी भी तीन रत्ती से अधिक वज़न की ही बनवानी चाहिए, इससे कम वज़न के नहीं | बुधवार के दिन मिथुन या कन्या राशि की प्रबलता पर अथवा आश्लेषा, ज्येष्ठा अथवा रेवती नक्षत्र व बुध के या सूर्य के अन्व्मंश में बुध हो तो प्रातः सूर्योदय से लेकर दस बजे के मध्य पन्ना जड़वा कर सोने की अँगूठी तैयार करवानी चाहिए | अँगूठी इस प्रकार की बनी होनी चाहिए के पन्ना का निचला ताल अँगुली की त्वचा को स्पर्श करता रहे |

     अँगूठी तैयार होने के बाद उसी दिन, दिन में 11 बजे सर्वतोभद्र चक्र बनाकर उसके ऊपर चांदी से निर्मित कलश स्थापित करें | कलश कि विधिवत पूजा-अर्चना उपरांत कलश के अंदर अँगूठी रख दें | फिर निम्न मंत्र द्वारा अँगूठी को अभिमंत्रित करें | "ॐ ह्नां द्रं ग्रह नायाय बुधाय स्वाहा|"
"ॐ हवां हवीं बुं ग्रहनाथ बुधाय नमः

बारह राशियों के अनुसार किस राशि के व्यक्ति को पन्ना धारण करना चाहिए, किसको नहीं आप निम्न डिटेल में देख सकते हैं |....

मेष राशि :-- इस राशि के व्यक्ति को पन्ना रत्न कभी भी धारण नहीं करना चाहिए.यदि इस राशि का व्यक्ति पन्ना धारण करता है तो यह बुध ग्रह के बुरे प्रभाव को बढ़ा देगा, और अनेक प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ेगा.

वृष राशि :-- इस राशि के व्यक्ति पन्ना रत्न धारण कर सकते है.इसे धारण करने से सुख-समृद्धि, धन, ऐश्वर्य, प्रतिष्ठा तथा सन्तान सुख की प्राप्ति होती है.और विद्या के लिए अति शुभ है. भाग्य में उन्नति और लाभकारी फल देता है.

मिथुन राशि :-- इस राशि वालों को पन्ना रत्न धारण करना अति शुभ है. इसे धारण करने से मानसिक शान्ति, माता का सुख, शारीरिक सुख की प्राप्ति होती है. तथा वाहन आदि के सुख का भी द्योतक है. अत: यह लाभकारी तथा शुभ है. पन्ना पहनने से मिर्गी के दौरे भी नहीं पड़ते है.

कर्क राशि :-- इस राशि वाले को पन्ना धारण करना अति अमंगलकारी है. पन्ना रत्न धारण करने से भाइयो के सुख में कमी, माता से कष्ट, निश्चय ही अशुभ फल की प्राप्ति होती है.

सिंह राशि :-- इस राशि वालो को पन्ना रत्न धारण करना अति कल्याणकारी सिद्ध होगा. यह इन्हें आर्थिक लाभ, व्यवसाय में लाभ व सफलता, सन्तान सुख और प्रतिष्ठा देगा.

कन्या राशि :-- इस राशि वाले लो पन्ना रत्न धारण करना चमत्कारी रूप से लाभकारी सिद्ध होगा. इसके धारण करने से आयु में वृद्धि, शारीरिक सुख, कर्म, व्यवसाय, राज्य कृपा, प्रतिष्ठा और पिता को सुख प्राप्त होगा. भाग्य में कई अवसर उन्नति के आते रहेंगे.

तुला राशि :-- इस राशि के व्यक्ति के लिए पन्ना रत्न धारण करना शुभ माना जाता है. इसे धारण करने से भाग्य में उंनती के अवसर बार बार मिलेंगे. धर्म के प्रति आस्था बढ़ती है. धन की प्राप्ति सरलता से होगी. यदि पन्ना को हीरे के साथ लगा कर इस राशि के लोग धारण करे तो चमत्कारी लाभ प्राप्त होगा.

वृश्चिक राशि :-- इस राशि के लोगो को पन्ना रत्न किसी विद्वान ज्योतिषी से परामर्श करके धारण करना चाहिए. पर बुध की सिर्फ महादशा में ही धारण कर सकते है. सोच समझ कर और कुण्डली को दिखा कर ही इसे धारण करे.

धनु राशि :-- इस राशि वालो को कभी भी पन्ना धारण नहीं करना चाहिए. क्योंकि पन्ना धारण करने से व्यक्ति में दुषिता आती है.जो कि कष्टकारी साबित होता है.

मकर राशि :-- इस राशि वालो को पन्ना धारण करना सदा ही लाभकारी सिद्ध होगा.पन्ना रत्न यदि नीलम के साथ या चाहे तो अकेला पन्ना रत्न भी धारण कर सकते है. इसे धारण करने से भाग्यवर्धक, यश, शारीरिक सुख की प्राप्ति होगी.

कुम्भ राशि :-- इस राशि के लोग पन्ना रत्न धारण कर सकते है. जो इनके लिए फलदायी होगा. पन्ना रत्न को हीरा या नीलम के साथ भी धारण कर सकते है.इससे शारीरिक सुख, आर्थिक लाभ तथा सन्तान के सुख की प्राप्ति होगी. मन में स्थिरता और शान्ति प्राप्त होगी.

मीन राशि :-- मीन राशि के व्यक्ति केवल बुध की दशा में ही पन्ना रत्न धारण कर सकते है. जो इन्हें आर्थिक दृष्टि से लाभ करेगा और माता के सुख का भी लाभ प्राप्त होगा.....

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11 टिप्पणियाँ
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  1. ललित जी मेरा जन्मदिन 24 में 1975 ,समय 10:25 am,जन्मस्थान अहमदनगर महाराष्ट्रा इंडिया ,क्या मै पन्ना रत्न धारण कर सकता हूं ? और नहीं तोह कौनसा रत्न मेरे लिए अच्छा होगा कृपा करके आपका सुझाव दे । शुक्रिया .

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  3. 5 घर में मीन राशि का बुध है जन्म डेट 29/4/1972 रात 8:35 का श्रीगंगानगर का है। क्या पन्ना पहनना उचित होगा?

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  4. sar ji mera pass pana h aur mujha us ko bachna h rajghad ke pana tarasha hua ni h mera no h 9571109513

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  5. वैसे मेरा जन्म 20 मार्च 1980 को शाम 7:40 बजे आरा (बिहार) में हुआ है।

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  6. मेरी राशि तो मेष है लेकिन लग्न कन्या है इसलिए मैं पन्ना पहनता हूँ तो क्या मुझे नही पहनना चाहिए।

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  7. mera name shilpi hai, mere DOB - 15/02/1994 TOB - 8:55am POB - jalaun
    mujhe kaun sa ratan phnna chahiye .
    http://bit.ly/2gN3uEP

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