आपकी नजर में content को कापी करने की परिभाषा क्या है ?
1. आप contect कापी करते ही क्यूँ हैं ?
2. क्या ये आपकी मानसिकता है ?
3. क्या आप दूसरों से खुद को श्रेष्ठ साबित करना चाहते हैं ?
4. क्या आप में श्रेष्ठ लिखने की क़ाबलियत नहीं है इसलिए ?
5. क्या आपको लगता है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये contect कापी किया हुआ है ? इसे अपना कहने में क्या हर्ज है, क्यूंकि ये ब्लॉग पर आसानी से फ्री में उपलब्ध जो है |
6. क्या contect कापी करना लेखन से आसान है, इसलिए कापी करने में क्या बुराई है | जब आसानी से ये सुलभ है तो लिखने में समय क्यूँ व्यर्थ किया जाये व दिमाग पर जोर क्यूँ डाला जाये ?
7. क्या आप ये साबित करना चाहते हैं कि आप कोई भी ताला लगा लो हम तो contect कापी करके रहेंगे ?
8. या ये भी हो सकता है आप ये सोच रखते हुए की कोई हमारा कुछ भी नहीं कर सकता, इसलिए बेधड़क कापी करेंगे ?
9. या ये भी हो सकता है हम तो पैदा ही कापी करने के लिए हुए हैं | हमें तो लिखना गड़बड़ झमेला लगता है | कापी करना आसान है व आसानी से सुलभ है, व इसे आसानी से अपने नाम पर प्रकाशित किया जा सकता है | वैसे ऐसा करने में बुराई भी क्या है ?
10. या ये भी हो सकता है की आप ये मानते है की कौन सा यहाँ पर ज्यादा देर तक रहना है | हमने अपनी पहचान तो पहले से छुपा रखी है | जब मन भर जायेगा ब्लॉग बंद कर देंगे व छूमंतर हो जायेंगे |
कापी करने की इस प्रवृति से निज़ात पाने का क्या उपाय है ?
क्या आप भी इस प्रवृति से निज़ात पाना चाहते हैं ?
क्या चुप रह कर इस प्रवृति में सहायता करने में आपकी सहमति है ?
या फिर आप इस प्रवृति का विरोध करना ही नहीं चाहते ?
या आपकी मानसिकता ऐसी बन चुकी है कि करने दो ऐसा हमारा क्या गया ? एक आलेख, एक कविता या एक ग़ज़ल ही तो थी |
या फिर आप ये सोचते है कि हम कर ही क्या सकते हैं ?
क्या आप किसी पोस्ट के उसके अंश को कापी करने को ही ज्ञान फैलाना मानते हैं ?
क्या ज्ञान फ़ैलाने का जरिया ये कि यदि कोई व्यक्ति आपके किसी content को कापी करता है तो उसे रोकना नहीं चाहिए क्यूंकि वो ज्ञान फैला रहा है, और जब वो ज्ञान फैला रहा तो वो आपकी सहायता कर रहा है | उस ऐसा करते रहना चाहिए | (इस ब्लॉग जगत में कुछ ब्लॉगर ऐसा ही मानते हैं)|
क्या ज्ञान के नाम पर कापी करने की खुली छूट होनी चाहिए |
क्या सिर्फ कापी करने से ज्ञान फैलता है, कुछ भी नया रचित करने से नहीं ? (मुझे आज ऐसी ही एक नई परिभाषा से परिचित कराया गया है)
यदि सभी ब्लॉग ज्ञान फ़ैलाने के नाम कापी की परिभाषा पर अमल करते हुए ऐसा करने लगे तो इस ब्लॉग जगत का सवरूप कैसा होगा ? क्या सच में इस से ज्ञान फ़ैलाने का मकसद पूरा हो पायेगा | नई रचना रचित करने में कौन योगदान दे पायेगा | बहुत से ऐसे प्रश्न विचारणीय हैं |
ऐसे बहुत से प्रश्न मन में और भी हैं लेकिन उनको उजागर न करते हुए एक ही सवाल है आप सबसे :-
आप इस कापी करने के प्रवृति पर अंकुश चाहते है या नहीं
यदि आप चाहते है कि ऐसा नहीं होना चाहिए तो क्या उपाय किये जाने चाहिए ?
![]() |
badhiya janakari di hai aisa hi karna chahiye
जवाब देंहटाएंविनीत जी सादर प्रणाम
जवाब देंहटाएंअभी आप ब्लाग चोरी की समस्या से परेशान है आज मेरे साथ एक विल्कुल ताजा घटित हुआ मेरे एक जानकार महोदय मेरी न्यूज वेव साइट पर किसी के बताने से पहुँचे उन्हौने मुझे धन्यबाद दिया क्योकि मेरे जानकार थे मुझसे बोले भाई मेरा फोटो भी यहाँ लगा दो तथा अपना संबाददाता बना लों मैने एसा कर दिया अब होता क्या है कि अगलेदिन फोन आता है कि भाई ज्ञानेश तुमने तो फ्री बाला ब्लाग बना रखा है इसे आप इसी नाम से डाट काम में बदल लो मैने कहा कि अभी जल्दी ही बदल दूँगा।वोले कि क्या नाम देना चाहते हो मेने कहा कि जिस नाम से चल रहा है इसी के नाम से ही दूँगा बोले हाँ अच्छा रहैगा फिर दो दिन बाद यानि की आज फोन आया करीब 12 बजे अरे ज्ञानेश जी आपके नाम से डोमेन ले लिया है।मैने कहा कि आपने क्यो परेशानी की भाई सहाव मैं ही ले लेता खैर कोई बात नही आपने ले लिया तो अच्छा है।चलो जल्दी हो गया नही तो मै तो अभी कुछ दिन बाद लेता मैरे इतना कहने पर भी उस ब्यक्ति ने यह नही बताय़ा कि उसने डोमेन अपने नाम पर करा लिया है।लैकिन भैया हम भी थोडा़ बहुत ब्लागिंग करते करते लोगों की फितरत से परिचित हो गये है सो मैने उनकी साइट पर जाकर पता लगाया कि वे कहाँ से डोमेन लेते हैं ओर उस रीसेलर को फोन किया तो मै चकित रह गया कि मैने पूछा भाईसहाब किस नाम से रजिस्टर कराया है वो वोले मुझसे तो कुमुद जी अपने नाम पर ही रजिस्टर करा गये हैं आपको नही बताया मैने उनसे कहा कि भूल गये होगे खैर कोई बात नही फिर मैने भ्राता श्री के पास फोन किया कि भाईसहाब आपने किस नाम से रजिस्टर कराया है बोले आपके लिये लिया है तो आपके ही नाम से रजिस्टर कराया है मैने कहा कि वो रीसेलर तो आपके नाम से बता रहै थे तो गुस्सा होते हुये बोले कि अगर मैरा दिमाग खराब न करो मुझमें और तुममे कोई अन्तर है क्या तो आप समझे कि हालत कहाँ तक खराब है भाई सहाब आजकल आपकी महेनत पर हर कोई डाका डालना चाहता है। अब जानो कि मै अगर पता नही लगाता तो मैरा सारा ब्लाग बना बनाया ही उनका हो जाता मै जैसे ही इस डोमेन को यूज करता तुरन्त यह उनका हो जाता अब बताओ क्या करे आप तकनीकि ब्लागर है क्या किया जाए बताऐ
आप अपने ब्लॉग पर यथावत रहें | उन्होंने जो डोमेन नेम लिए उसे कस्टम डोमेन नेम पर जाकर इस डोमेन नेम को सेट करना पड़ेगा तभी उस डोमेन नेम से आपका ब्लॉग जाना जायेगा | आब यदि आप उन्हें admin बनाया हुआ है तो तुरंत ही उनकी admin को निरस्त कर दें |
हटाएंआगे से ये ध्यान रखें कि आप अपने ब्लॉग का admin किसी को भी न बनाएं | Author जिस को चाहें बनाएं | सबसे ज्यादा सकैम इस वेब की दुनिया में ही होते हैं | उम्मीद है कि आप आगे से ध्यान रखेंगे |
हटाएं[im]http://2.bp.blogspot.com/-FnUhE_6y0bY/UPvr8OcA94I/AAAAAAAAGcg/M2XdWlha3Ws/s1600/author.jpg[/im]
नये खरीद किये गये डोमेन नेम को सेट करने के लिए निम्न चित्र अनुसार custom में जाकर सेटिंग करनी पड़ेगी | वो ये सेटिंग तभी कर पाएंगे जब वो आपके ब्लॉग के admin पावर का प्रयोग कर पाएंगे |
हटाएं[im]http://4.bp.blogspot.com/-mjWw4V73lJY/UPvsfIEKitI/AAAAAAAAGcs/cAKp1ILq3Fc/s1600/custom.jpg[/im]
धन्यबाद विनीत जी मैने उन्है अभी एडमिन नही बनाया है सो मुझे किसी चिन्ता की जरुरत ही नही है आपने मेरी चिन्ता का निराकरण कर दिया ।
जवाब देंहटाएंधन्यबाद
वनित जी या विनीत जी में ऊपर की टिप्पणियों से और आपके नाम की स्पेलिंग से भ्रमित हो गया हूँ ,आपको कॉपी पेस्ट की ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए ,क्यूँ की आजकल सर्च इंजन के मकड़े (स्पाइडर बोट )
जवाब देंहटाएंबहुत होशियार हो गए हैं ,उनको पता रहता हे की सबसे पहले कौन सी पोस्ट किस वेबसाइट या ब्लॉग पे अपलोड हुई हैं और किस आई पी लोकेशन से हुई हैं और इसी हिसाब से वो सर्च में आपकी पोस्ट की रैंकिंग तय करते हैं ,इसलिए टेंशन फ्री होकर अच्छा लिखते रहिये और बच्चो को अपना काम करने दे !:)
शुक्रिया दिलीप जी, वैसे मेरा नाम विनीत नागपाल ही है | अंग्रेजी में इसे मैं Vaneet Nagpal लिखता हूँ इसलिए ये कन्फ्यूजन पैदा होता है | Document में अंग्रेजी में हुई इस मिस्टेक के कारण ही ऐसा करना पड़ता है |
हटाएं