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असली "लाल किताब के फरमान 1952" हिंदी में रिवायती चालीस दिन पेज़-37

फरमान 6 होगा उस वक्त इंसान की उम्र 35 साला ग्रहों का दौरा जमा 6 साल, जब अभी शनिच्चर या उम्र का पहला ग्रह अभी शुरू भी न हुआ था यानि कुल उम्र 61 साल हो चुकी होगी जो 35 साला के हिसाब से इन्सान की उम्र का दूसरा 35 साला दौरा होगा | अब जिस दिन से ग्रहों का दूसरा दौरा शुरू हुआ यानि जिस दिन जन्म दिन से शुरू होने वाला ग्रह दूसरी दफा शुरू हुआ, उसी दिन से जिन ग्रहों ने पहले बुरा असर दिया था वह अब दूसरी चाल में बुरा असर न देंगे | यह जरूरी नहीं कि वह बुरा फल देने वाला ग्रह अच्छा फल ही देवे मगर बुरा फल न देगा और अमूमन अच्छा फल ही हुआ करता है |

बृहस्पत = 6

सूरज = 2

चन्द्र = 1

शुक्र = 3

मंगल =6

बुध =2

शनि =6

राहू = 6

केतु = 3

कुल योग = 35

2. ऐसे 35 साला चक्कर एक प्राणी की तमाम 120 साला औसत उम्र में ज्यादा से ज्यादा से 3 दफा आ सकते हैं |

3. अगर दायाँ तरफ ( हाथ की रेखाओं, दिमागी खानों या कुंडली के पहले घरों के ग्रहों का असर उम्र के पहले हिस्सा (शुरू की तरफ से चलकर) में हो गया तो बाएं तरफ का असर बाद में होगा |

4. 35 साला चक्कर के सबब बाप बेटे की उम्र का बाहमी ताल्लुक 70 साल में ख़त्म माना जाता है |

5. इस 35 साला चक्कर का पूरा-पूरा इस्तेमाल वर्षफल के हाल में दर्ज है |

6. 35 साला चक्कर में हर ग्रह की अवधियों में दरम्यानी ग्रहों की


लाल किताब पन्ना नंब 40

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1 टिप्पणियाँ

  1. my name is neetu
    my date of birth 20march1987
    time of birth 9:00am
    birth place bikaner rajasthan india
    current place fatehpur up india
    my email id neetu.2089@gmail.com
    plz help me to provide my janam kudali.....thanks

    जवाब देंहटाएं

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